ध्यान में यात्रा कैसे शुरू करें?
ध्यान और प्रेम दो ही रास्ते हैं परमात्मा तक पहुंचने के। ध्यान का रास्ता बड़ा सूखा है। उस पर तुम्हें महावीर मिलेंगे। उस पर तुम्हें बुद्ध बैठे मिलेंगे। मगर कोई पक्षी की गूंज सुनाई न पड़ेगी। ध्यान का रास्ता मरुस्थल जैसा है। ध्यान इसलिए बहुत कम लोगों को रास आता है। कुछ ऐसे भी लोग…