क्या संसार सत्य है?

आत्म अनुभव के लिए एकमात्र अगर कोई बाधा है तो वह है अहंकार। अहंकार आदमी को पत्थर जैसा बना देता है। हम सत्य को तो श्रवण करते हैं मगर सत्य की परिभाषा जैसी है वैसी नहीं करते। हमारे सिद्धांत, हमारी सिखावन और हमारी मान्यताएं बीच में आड़े आती हैं। सत्य अनुभव की घटना तो क्षण…

अहंकार

अहंकार है अस्तित्व से स्वयं को अलग मानकर जीना। मैं हूं सत्य और यह जो प्रकृति में सब दिखाई दे रहा है वह सब माया है। यह झरने, पशु पक्षी आकाश ,चांद -तारे यह सब माया है मगर मैं सत्य हूं। मगर मजा यह है कि यह सब सत्य है और मैं माया हूं। लेकिन…

AHA

स्व -अनुभव के क्षण में न अतीत की स्मृतियां रहती हैं न भविष्य की कल्पनाएं । मान लीजिए यदि आप राम भक्त हैं और आपको ध्यान के गहन क्षणों में राम के दर्शन हुए और आप मान बैठे आपको अनुभव हुआ तो वह भी मन की ही एक चाल है, वास्तविक अनुभव नहीं। जीसस के…