झुकना
प्रेम के रूप कई हो सकते हैं छोटों के साथ स्नेह, हम उम्र के साथ प्रेम, अपने से बड़ों के लिए श्रद्धा और परमात्मा से भक्ति। यदि अहंकार हो तो प्रेम हो ही नहीं सकता। प्रेम के लिए एकमात्र शर्त है अंहकार का विसर्जन। अहंकार एकमात्र बाधा है प्रेम की यात्रा में। अहंकार से संदेह…